सभी का मकसद एक है वे अपनी बात कार्यकर्ता मतदाता के बीच कैसे बेहतर ढंग से रखी जाए ; इसी पर सत्ता की समीकरण लिखी जाती है ,जिसने इसे बेहतर ढंग से रखा मतदाता उसी के साथ हो जाता है
इसी के लिए दल और प्रत्यासियों के अधिकांश धन खर्च हो जाते है
एसे में यह प्रश्न उटता है वे प्रत्यासी जो धनबल से मजबूत नही है लेकिन अच्छे विचार रखते ,जनता के प्रति कुछ करने की ललक हो तो वो अपनी बात जनता तक कैसे पहुचाये , और प्रत्यासियों के बीच अपनी उपस्तिथि दर्ज कराए एसे में सोशल विजन द्वारा दो वर्ष पूर्व निकाय चुनाव में किए गए शुरू किए गए इस प्रयोग को सभी का व्यापक समर्थन और सहयोग मिला , उस प्रयोग से पहले छपने वाले पोस्टर पम्लेट बैनर में योग्यता के स्थान पर बड़े नेतायो के जय कर वाले शब्द के स्थान पर पत्रिका में छपे उनके विवरण के पूर्ण जानकारी के साथ उनकी सोच उनके आदर्श खेलकूद साहित्य युवायो के लिए उनकी योजना के लिए सभी प्रत्यासियों को एक फार्म उपलब्ध कराकर दिए गए उत्तर के साथ मतदाता तक पहुचाया गया जिससे वे प्रत्यासियों ke beech मिला तुलनात्मक अध्यन कराने का मौका मिले सके
इससे मतदाता देश के सबसे बड़े सदन में जहा देश का bhavishaya तय होता है वहा बेहतर प्रतिनिधि भेज सके
इस प्रयोग से जहा pradushan रोकने में मदद मिली ,vahi प्रत्यासियों और मतदाता के बेहतर समबन्ध बनने से मत प्रतिसत बढ़ने me मदद मिली
इस प्रयोग को देश ख्यातिलब्ध patrakaaron sanghatano द्वारा सराहे जाए के बाद vision टीम इस लोकसभा
में इसे अपने sansaadh appke बीच में ला रही
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1 टिप्पणियाँ:
अच्छा लिखा है आपने और सत्य भी , शानदार लेखन के लिए धन्यवाद ।
मयूर दुबे
अपनी अपनी डगर
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