ज्ञानपुर (भदोही): खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की रोपाई के लिए नर्सरी डालने का समय आ चुका है। किसान नर्सरी के लिए खेतों की तैयारी करने से लेकर खाद-बीज का जुगाड़ करने में जुट गए हैं तो कृषि विभाग ने रोपाई का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। खरीफ अभियान में कुल 23 हजार आठ सौ 62 हेक्टेयर में धान की रोपाई कर कर 26.92 कुंतल प्रति हेक्टेयर की दर से उत्पादन हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उपकृषि निदेशक डा. आर.एस यादव ने निर्धारित लक्ष्य की जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष 23 हजार चार सौ 22 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की रोपाी हुई थी। 25.51 कुंतल प्रति हेक्टेयर की दर से कुल 59 हजार सात सौ 50 मीट्रिक टन उत्पादन हासिल किया गया था। डा. यादव ने धान की नर्सरी डालने की तैयारी में जुटे किसानों से आधुनिक तकनीक से खेती करने पर जोर दिया। उन्होंने संस्तुति प्रजाति के बीजों का चयन कर नर्सरी डालने की सलाह दी। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल के लिए महीन धान 30 किलो व मोटा धान 40 किलो बीज की जरूरत पड़ती है। उन्होंने नर्सरी डालने से पहले बीज को रातभर पानी में भिगोने व सुबह निकालने के बाद 25 किलो बीज में 75 ग्राम थीरम या फिर 50 ग्राम कार्बेडाजिम दवा के घोल को मिलाकर छाए में रख देने की सलाह दी। कहा कि इससे बीज शोधन हो जाता है तो अंकुरण भी हो जाता है। डा. यादव न बताया कि धान की फसल में लगातार जिंक, अन्य सुक्ष्म पोषक तत्वों व गंधक की कमी दिख रही है। उन्होंने इन पोषक तत्वों का प्रयोग करने पर जोर दिया।
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