जागरण ब्यूरो, लखनऊ: महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना(मनरेगा) के कार्डधारकों को अब काम हासिल करने के लिए महीनों परेशान न होना पडे़गा। केवल टेलीफोन की घंटी बजाकर ही समस्याओं का त्वरित समाधान मिल सकेगा। गुरुवार को देश की प्रथम मनरेगा हेल्पलाइन का शुभारंभ करते हुए ग्राम्य विकास राज्य मंत्री अरविंद सिंह 'गोप' ने अधिकारियों को हिदायत दी कि जॉब कार्डधारकों की समस्याएं हल करने में देरी बर्दाश्त नहीं होगी।
गोप ने कहा मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मनरेगा कॉल सेंटर की स्थापना करते हुए लोगों को रोजगार मुहैया कराने और उनकी समस्याएं निपटाने का प्रभावी मार्ग तलाशा गया है। मनरेगा के तहत रोजगार इच्छुक भी कॉल सेंटर के माध्यम से जॉब कार्ड हासिल करने की माग दर्ज करा सकते हैं। यूपीआरआरडीए सभागार में ग्राम्य विकास मंत्री ने बताया कि जिला अथवा किसी भी स्तर पर काम की सुविधा उपलब्ध न होने की स्थिति में टोल फ्री फोन पर अपनी मांग दर्ज करा सकते है। यह कॉलसेंटर 24 घंटे काम करेगा। दर्ज शिकायतों का निस्तारण के बाद फोन पर परिणाम से अवगत करा दिया जाएगा। पहले ही दिन 260 शिकायतें दर्ज कराई गई।
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टोल फ्री कॉल सेंटर नम्बर-1800-180-5999। इसके अलावा एसएमएस से भी काम की माग कर सकते हैं। मोबाइल फोन से संदेश 9235000055 नम्बर पर भेज सकते है। इसके अलावा ऑनलाइन भी काम की माग की जा सकती हैं। फेसबुक के जरिए भी अपनी माग दर्ज करायी जा सकती है।
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यह शिकायतें दर्ज हो सकेंगी
-लिखित माग पर भी रोजगार नहीं मिल रहा है।
-काम मिला लेकिन 15 दिन से अधिक समय से मजदूरी नहीं मिली है।
-जितना काम किया उससे ज्यादा दिवस का अंकन जॉब कार्ड पर किया गया।
-फोटोयुक्त जॉब कार्ड नहीं बन रहे हैं।
-जॉब कार्ड किसी अन्य व्यक्ति द्वारा रख लिया गया है।
-जॉब कार्ड बना है लेकिन काम नहीं मिल रहा है।
-सौ दिन तक कार्य देने में सुनवाई नहीं हो रही है।
-मजदूरी का भुगतान बैंक या डाकघर द्वारा प्राप्त नहीं हो रहा।
-मस्टर रोल कार्य स्थल पर नहीं रखा जा रहा है।
-मजदूरी कम प्राप्त हो रही है, कराए जा रहे कायरें की गुणवत्ता ठीक नहीं है।
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